Funny World लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
Funny World लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार

अब जी-मेल में मेल को ट्रांसलेट कर मनचाही लेंग्वेज में पढ़ें

at 16:50
अपने सर्च इंजन की बदौलत राज करने वाले गूगल ने यूजर्स की सुविधा के लिए जी-मेल में मेल को ट्रांसलेट करने की सुविधा दी है। अब आप महज एक क्लिक से ही अपने इनबॉक्स में आई मेल को मनचाही भाषा में ट्रांसलेट कर सकते हैं। जीमेल के आधिकारिक ब्लॉग gmailblog.blogspot.in पर यह जानकारी दी गई है।

ब्लॉग में बताया गया है कि अब यूजर ईमेल के अंदर ही मैसेज को ट्रांसलेट कर सकता है। पोस्ट में कहा गया है कि कुछ लोगों के सामने विदेशों से मिलने वाले न्यूज लेटर या अन्य मेल को पढ़ने- समझने में दिक्कत आती थी। इस सर्विस के लांच होने के बाद आप अपनी मेल को मनचाही लेंग्वेज में पढ़ सकते है। जब गूगल की इस सर्विस का प्रयोग किया गया तो इसका काफी अच्छा रिजल्ट सामने आया।

Read More>>>

बुधवार

आइये जानते हैं 4G तकनीक के बारे में

at 14:48
इंटरनेट पर स्पीड की आंधी आने को तैयार है। 3जी के बाद अब 4जी का कमाल आपके मोबाइल फोन और टैबलेट पर पहुंच गया है। रफ्तार का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि एक पूरी फिल्म 40-50 सेकंड में डाउनलोड होगी। तो क्या वक्त आ गया है कि आपको 4जी से लैस गैजट खरीद लेने चाहिए, अगर हां तो वे गैजट हैं कौन से, और कहां तक पहुंचा है इसका नेटवर्क।

क्या है 4जी, कहां है पहुंच?
मोबाइल पर इंटरनेट की नेक्स्ट जेनरेशन है 4जी, जिसमें डेटा डाउनलोड की रफ्तार 100 मेगाबिट्स- पर- सेकंड (mbps) तक होनी चाहिए। अमेरिका में कुछ कंपनियां फिक्स्ड नेटवर्क पर एक गीगाबिट्स- पर -सेकंड (gbps) तक की स्पीड की बात कर रही हैं। तकनीकी जुबान में 4 जी को लॉन्ग टर्म ईवॉल्यूशन यानी एलटीई कहते हैं जिसके दो वर्जन हैं। पहला है टीडी (टाइम डिविजन) एलटीई और दूसरा एफडी (फ्रीक्वेंसी डिविजन) एलटीई। भारत में टीडी एलटीई चलता है। वैसे टीडी एलटीई की भी अलग-अलग मुल्कों में अलग फ्रीक्वेंसी भी होती है, और आपका गैजट आपके मुल्क के नेटवर्क की फ्रीक्वेंसी के लायक होना चाहिए, भारत में यह 2300 मेगाहर्ट्ज है। इन टेक्नो शब्दों से आप पर क्या फर्क पड़ता है, अब हम उसे समझेंगे।

4G डिवाइस और LTE का चक्कर
अभी कई 4जी डिवाइस अलग- अलग तरह के एलटीई के हिसाब से हैं। मसलन आईफोन 5 एफडी एलटीई को ही सपोर्ट करता है। यानी आप अमेरिका में तो इस पर हाई स्पीड डेटा चला सकते हैं लेकिन भारत में टीडी एलटीई होने से यहां इस पर 4 जी का फायदा नहीं उठा सकते हैं। इसी तरह अमेरिका में टीडी एलटीई की फ्रीक्वेंसी भारत से अलग है। यानी आप अगर कोई 4जी फोन या टैबलेट खरीद रहे हैं या विदेश से मंगा भी रहे हैं तो यह चेक करना जरूरी है कि क्या वह 4जी के उसी नेटवर्क पर चलता है जो भारत में मिल रहा है। टेलिकॉम वेबसाइट www.telecomvibe.com का आकलन है कि भविष्य में अधिकतर डिवाइस ऐसी आएंगी जो टीडी और एफडी, दोनों तरह के एलटीई पर चलती होंगी।

भारत में कहां अटकी है बात?

दिक्कत नंबर 1: अभी पूरे देश में 4जी नेटवर्क नहीं बन पाया है, हालांकि यह तेजी से नए शहरों में जा रहा है। फिलहाल अभी 6 शहरों में ही 4जी नेटवर्क चालू है, जिनमें पुणे, बेंगलुरु, कोलकाता, चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला शामिल हैं।

दिक्कत नंबर 2: इस पर चलने वाले हैंडसेट और डिवाइसेज अभी काफी कम हैं। आईफोन 5 तो भारत में 4जी पर नहीं चलता है, नोकिया 920 और आई पैड में भी 4जी की रफ्तार का जादू भारत में नहीं मिल रहा है। कुछ चुनिंदा सेट ही हैं और उनके दाम भी बहुत ज्यादा है।

दिक्कत नंबर 3: सबसे बड़ी समस्या है कि फिलहाल 4 जी पर आपको वॉयस सर्विस नहीं मिल रही है। यानी आप सिर्फ डेटा के लिए ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। टेलिफोनी के लिए आपको अलग से डिवाइस अपने पास रखनी होगी। हालांकि इस साल के आखिर तक एयरटेल वॉयस लाने की कोशिश में है।

क्या है उम्मीद ?
इसमें एक बड़ी उम्मीद यह है कि मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस पूरे भारत का लाइसेंस लेने के बाद इस पर काम कर रही है और जल्द कई डिवाइस ला सकती है। साल के अंत तक दिल्ली और मुंबई में, फिर बाकी शहरों मे डेटा बेस्ड 4जी आने के आसार हैं। रिलायंस जियो इन्फोकॉम वॉयस और डेटा दोनों तरह की सर्विस लाएगी। यह भी माना जा रहा है कि रिलायंस का मेन फैक्टर प्राइस होगा और कम दाम की वजह से वह एक नया बाजार बनाएगी। शुरुआत सस्ता टैबलेट से होने की संभावना है।

दूसरी बड़ी उम्मीद यह है कि जब पांच साल पहले भारत में 3जी ने दस्तक दी तो भी यही हालात थे, कम डिवाइसेज थी, हर जगह इसकी उपलब्धता पर सवाल थे। लेकिन आज इसके यूजर्स की तादाद 3.5 करोड़ पहुंच चुकी है। हर नई टेक्नॉलजी आने के बाद उसका इन्फ्रास्ट्रक्चर बनने में वक्त लगता है।

कौन चलेगा 4 जी पर?

HTC one: एचटीसी के इस फोन को सबसे बेहतरीन ऐंड्रॉयड मोबाइल में गिना जा सकता है। 4.7 इंच की फुल एचडी स्क्रीन वाले इस हैंडसेट में अल्ट्रा पिक्सल वाले कैमरे का फीचर दिया गया है जो मेगापिक्सल से अलग है। 4 जी के लिए यह फोन पांच तरह के एलटीई नेटवर्क पर चल सकता है, इस खूबी की वजह से यह कई जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐंड्रॉयड जेली बीन, 1.7 गीगाहर्ट्ज क्वाड कोर प्रोसेसर, बिना एक्सटर्नल मेमरी स्लॉट के इसमें 32 और 64 जीबी मेमरी और 2 जीबी रैम है।

LG Optimus G Pro: एलजी ने अपने इस लेटेस्ट फोन को भारत में इसी हफ्ते लॉन्च किया है। यह कोरियाई कंपनी भारत में अपने और भी 4 जी हैंडसेट लाने का इरादा बना चुकी है। ऑप्टिमस जी प्रो के कोरिया में लॉन्च के 40 दिन के भीतर ही 5 लाख हैंडसेट बिक चुके हैं। ऐंड्रॉयड जेली बीन पर चलने वाले इस फोन में 5.5 इंच की फुल एचडी आईपीएस डिस्प्ले स्क्रीन है। इसका एक और खास फीचर दमदार 3140 मिली ऐंपियर बैटरी है। 13 मेगापक्सल कैमरा और 32 जीबी की इनबिल्ट प्लस एक्सपेंडेबल मेमरी इसके खास फीचर हैं।

आकाश 4: सबसे सस्ती टैबलेट का यह मॉडल अभी नहीं आया है, इसे जल्द ही लाने की संभावना है। इस बात के संकेत मिले हैं कि आकाश 4 को तेज रफ्तार 4जी की डेटा सर्विस के लायक बनाकर पेश किया जाएगा। जानकार कहते हैं कि सरकार की तरफ से जारी इसके स्पेसिफिकेशंस में डोंगल सपोर्ट से 2 जी, 3जी या 4जी कनेक्टिविटी के सपोर्ट की बात इसमें हैं। आकाश के पहले मॉडल का दाम 2300 रुपये से कम था, लेकिन अभी यह पता नहीं है कि आकाश 4 किस प्राइस रेंज में होगा। इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि साल के अंत तक रिलायंस भी जो टैबलेट लाएगी, उसमें 4जी डेटा सर्विस तो होगी ही, इसका दाम भी 5000 रुपये के करीब या इससे कम रहने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डिवाइस के लिए सैमसंग से उसकी बात चल रही है।

मोबाइल पर मूवी कितनी फास्ट?
1 जीबी डेटा का मतलब हम अगर आसान भाषा में लगाएं तो इतने में करीब 250-300 गाने या फिर दो घंटे की एक डीवीडी क्वॉलिटी मूवी और तीन स्टैंडर्ड डेफिनेशन मूवी जितना डेटा आ जाता है।

* 4जी की परिभाषा के तहत इसकी स्पीड 100 एमबीपीएस तक जा सकती है, यानी इसमें आप एक हाई डेफिनेशन फिल्म को तीन मिनट से पांच मिनट में डाउनलोड कर सकते हैं। 4जी नेटवर्क कमजोर होने पर स्पीड कम होने से टाइम भी थोड़ा ज्यादा लग सकता है।
* 3जी पर अधिकतम स्पीड 10 एमबीपीएस तक जाती है, यानी आप जिस फिल्म को 4जी पर तीन मिनट में डाउनलोड कर रहे थे, 3जी पर वह कम से कम 30 मिनट तो लेगी ही, अधिकतम स्पीड पर।
* 2जी के EDGE मॉडल पर अधिकतम स्पीड 384 केबीपीएस तक जाती है। यानी इसमें इंतजार घंटों खिंच जाता है।

समझें G का फंडा?
1G: 1980 के दशक में आई ऐनालॉग ट्रांसमिशन टेक्नॉलजी, वॉयस पर ही फोकस, डेटा ट्रांसमिशन जैसा कुछ नहीं। स्पीड1 4.4 केबीपीएस अधिकतम। अलग-अलग फ्रीक्वेंसी से इंटरनैशनल रोमिंग भी नहीं थी।

2G: 1990-91 के दौरान आई डिजिटल ट्रांसमिशन टेक्नॉलजी, वायरलेस डेटा ट्रांसमिट करना हुआ संभव। इसके बेहतर वर्जन 2.5 जी में डेटा ट्रांसफर का रेट 56 केबीपीएस से 115 केबीपीएस तक। वैप, एसएमएस और एमएमएस जैसे फीचर। 2.75 जी में 384 केबीपएस तक स्पीड। EDGE नेटवर्क से आई तेज सर्फिंग।

3G: 2004-05 के दौरान आई तेज रफ्तार डिजिटल ब्रॉडबैंड पैकेट डेटा सर्विस। अच्छे नेटवर्क पर 8-10 एमबीपीएस से लेकर 20 एमबीपीएस तक की डेटा ट्रांसफर स्पीड। हालांकि आमतौर पर भारत में हमने 2-4 एमबीपीएस की स्पीड देखी है लेकिन कंपनियां आदर्श हालात में कहीं ज्यादा स्पीड का दावा करती हैं।

4G: अब दस्तक दे रही है। डिजिटल ब्रॉडबैंड पैकेट पर बहुत तेज रफ्तार से आउटपुट। 100 एमबीपीएस से 1 जीबीपीएस तक की स्पीड का दावा। हालांकि अधिकतर कंपनियां अधिकतम 100 एमबीपीएस तक की स्पीड तक का दावा कर रही हैं।


 manoj jaiswal
Read More>>>

शनिवार

सावधान : फेसबुक पर वायरस है उस पर क्लिक मत करिये !!

at 21:50
अगर आप फेसबुक यूज़र हैं तो सावधान होने की जरूरत है। 'एन29एन29' एक अश्लील वीडियो है जिसमें वायरस है। क्लिक करते ही यह आपके दोस्तों और रिश्तेदारों में आपको बदनाम कर देगा।दरअसल 'एन29एन29' एक कोड है जिसे किसी अश्लील वीडियो के साथ एंबेड कर फेसबुक फीड पर डाल दिया जाता है। जब आप फेसबुक फीड पर कोई अश्लील वीडियो देखें तो उसे किसी भी तरह क्लिक करने की चूक न करें।चाहे देखने के लिए या डिलीट करने या शेयर करने के लिए। इसे क्लिक करते ही यह अश्लील वीडियो कई बार आपकी टाइमलाइन पर पोस्ट हो जाएगा।इसके तुरंत बाद आपसे फेसबुक पर जुड़े सभी लोगों की टाइमलाइन पर ये वीडियो इस मैसेज के साथ पहुँचेगा कि आपने इसे देखा और आपको बेहद पसंद आया।ये भी लिखा होगा कि आपने उनकी वॉल पर ये वीडियो पोस्ट किया है। इस वायरस को सबसे ज्यादा उस वीडियो के साथ भेजा जा रहा है जिसमें एक लड़की खड़ी है और उसके हिप्स की एक झलक दिखाई दे रही है।इस वीडियो में ये भी लिखा रहता है कि इस लड़की ने शराब के नशे में बीच सड़क पर अपने सारे कपड़े उतार दिए। ये सब देखकर अगर आपने अगर उस वीडियो पर ग़लती से भी क्लिक कर दिया तो आपको बदनाम होने से कोई नहीं बचा सकता।इससे पहले भी इस तरह के कई वायरस फेसबुक यूजर्स के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं।

जियस वायरस

जियस वायरस (Zeus) भी फेसबुक पर जबरदस्त तरीके से फैला हुआ है। यह वायरस आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकता है।फेसबुक पर कोई भी ऐसा लिंक जो संदेहास्पद हो, उस पर क्लिक करते ही यह 'जियस' आपके सिस्टम में अपनी जगह बना लेता है। वायरस को जब तक अपने मतलब की जानकारी नहीं मिल जाती तब तक वह इंतजार करता है। मान लीजिए अभी तक आपने ना तो इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया और न ही कहीं लॉगइन डिटेल्स सेव की हैं तो ऐसी स्थिति में यह वायरस सही वक्त का इंतजार करेगा।यानी कि जब भी आप ऑनलाइन बैंकिंग के लिए अपना लॉगइन आईडी और पासवर्ड डालेंगे, यह वायरस उन्हें चुरा लेगा।

लिंकस्पैम वायरस

फेसबुक पर लिंकस्पैम वायरस (linkspam virus) के चलते भी कई लोगों को अपने अकाउंट तक को बंद करना पड़ा।जेडडीनेट नामक साइट दावा किया था कि यह वायरस फेसबुक यूजर्स को सीधे तौर से किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए उकसाता है।कई यूजर्स ने दावा किया कि कि उन्होंने साइट पर बेहद ही डरावनी और अश्लील तस्वीरें देखीं। उन्हें ये तस्वीरें यूजर्स की न्यूजफीड्स में दिखाई दी।


 Manoj jaiswal

Read More>>>

शुक्रवार

फेसबुक ने लाँच किये वेरिफाइड पेज और वेरिफाइड अकाउंट्स

at 01:15
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने ट्विटर की तरह वेरिफाइड पेज और वेरिफाइड अकाउंट्स लांच किए हैं।

अब आप फेसबुक पर यह आसानी से जान पाएंगे कि आपके फेवरेट स्टार का सही अकाउंट कौन सा है? इससे पहले सोशल नेटवर्किंग साइट पर सही और गलत अकाउंट के बारे में जानना मुश्किल था।

अभी फेसबुक ने इस तरह के पेज की शुरूआत सेलिब्रिटी, जर्नलिस्ट, सरकारी अधिकारी, पॉपुलर बिजनेस ब्रांड के लिए की है। नई सर्विस के बाद यूजर को सही अकाउंट की पहचान करने में आसानी होगी।

 'वेरिफाइड पेज' पर ब्लू कलर का छोटा सर्किल दिखाई देगा। इस घेरे में व्हाइट कलर का का राइट का निशान बना होगा, जो कि सही अकाउंट की पहचान होगी।

इसी निशान से आपको पता चलेगा कि जो पेज आप फॉलो करने जा रहे हैं वह सही है या नहीं। चुनिंदा सेलिब्रिटी के वेरिफाइड अकाउंट ओपन करने के लिए क्लिक करें।

अमिताभ बच्चन

सलमान खान

प्रियंका चोपड़ा

एमएस धोनी

सचिन तेंदुलकर





Manoj jaiswal 

Read More>>>

बुधवार

अब नए फेसबुक की नई न्यूज़ फीड अब इंडिया में भी

at 15:22
 भारत में फेसबुक यूज़र्स के लिए खुशखबरी है। अब भारत में फेसबुक यूज़र्स नई न्यूज़ फीड पा सकते हैं। नए डिजाइन का ऐलान मार्च में किया गया था। इस न्यूज़ फीड में बड़ी फोटो के साथ विज़ुअल पर ज्यादा जोर दिया गया है।

नए यूज़र इंटरफेस में कैप्शन के साथ बड़ी और बेहतर फोटो दिखती हैं। इसमें फोटो के आस-पास काफी खाली जगह भी है, जिससे फोटो पर पूरा ध्यान जाता है।

ऐसा लगता है कि न्यूज़ फीड का नया लुक गूगल प्लस को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसमें आर्टिकल और विडियो के थम्नेल के साथ-साथ फॉन्ट भी बड़ा दिखता है।

लेफ्ट पैन में प्रोफाइल, पेज और ग्रुप के लिंक के साथ चैट बार है। नए लुक में इस पैन को छिपाया नहीं जा सकता है। इसमें अगर आपके दोस्तों में से कई लोग एक ही चीज़ शेयर करते हैं, तो उसकी जानकारी टेक्स्ट की जगह उसकी फोटो के साथ मिलेगी। नए लुक में एक खास बात यह है कि आप चुनिंदा अपडेट्स पा सकते हैं।

नई न्यूज़ फीड फेसबुक के सभी यूज़र्स को धीरे-धीरे मिलेगी। लेकिन आप फेसबुक की वेटिंग लिस्ट में शामिल होकर इसे जल्दी पा सकते हैं। इसके लिए यहां क्लिक करिए और खुलने वाले पेज पर सबसे नीचे जाइए। यहां आपको रिक्वेस्ट के साथ ही पता चल जाएगा कि आपके किन-किन दोस्तों ने नई न्यूज़ फीड अपनाई है मैने  तो इसमे अपना नाम शामिल कर लिया है आप भी इसमे शामिल हो सकते हैं


Manoj jaiswal

Read More>>>

मंगलवार

आइये जानते है इंटरनेट के एक मिनट के बारे में

at 19:46
मनोज जैसवाल : आज इंटरनेट हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। कुछ ढूंढना हो तो इंटरनेट, मनोरंजन करना हो तो इंटरनेट, दूर बैठे चहेतों या दोस्तों से गपशप करनी हो तो इंटरनेट। आपने भी घंटों इंटरनेट पर वक्‍त गुजारा होगा लेकिन शायद ही कभी आपके मन में यह सवाल आया हो कि इंटरनेट का एक मिनट कैसा होता होगा।

एक मिनट के दौरान इंटरनेट पर क्या-क्या होता होगा। हाल ही में प्रोसेसर बनाने वाली कंपनी इंटेल ने इंटरनेट के इस पहलू पर से पर्दा उठाया है। इंटेल ने बताया कि हर दिन इंटरनेट पर एक मिनट में क्या-क्या होता है।
Read More>>>

सोमवार

दो दिन भूखे रह पूरे हफ्ते मनचाहा खाइए !!!

at 15:17
मनोज जैसवाल  : मोटापे से परेशान हैं तो हर दिन मन मारने की बजाय डायटिंग के लिए हफ्ते के दो दिन तय कर लीजिए और बाकी दिन जो मन चाहे खाइए।
एक नए अध्ययन के अनुसार ब्रिटेन के दक्षिण मांचेस्टर में यूनीवर्सिटी हास्पिटल के अनुसंधानकर्ताओं ने 115 महिलाओं को अलग अलग तरह की डायटिंग पर रखा। पहले वर्ग की महिलाओं को सप्ताह के दो दिन सिर्फ 650 कैलोरी दी गई और उनके भोजन से काबरेहाइड्रेड जैसे ब्रेड, आलू और पास्ता तथा तमाम वसा वाले पदार्थ हटा दिए गए। उन्हें सप्ताह के बाकी पांच दिन उनकी मर्जी का भोजन करने की इजाजत दी गई हालांकि उन्हें पोषक आहार लेने की सलाह दी गई।
Read More>>>

मंगलवार

फेसबुक ने दिलाई दो लाख से ज्यादा नौकरियां

at 22:01
View Image in New Windowसोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक को भले ही लोग दोस्तों और परिचितों से संपर्क में रहने का माध्यम मानते हों, लेकिन इस वेबसाइट ने लाखों की तादाद में रोजगार का सृजन भी किया है


यूनिवर्सिटी आफ मैरीलैंड के राबर्ट एच़ स्मिथ स्कूल आफ बिजनेस द्वारा कराए गए एक अध्ययन में पाया गया कि अकेले इस साल अमेरिका में फेसबुक से जुड़े विभिन्न आवेदनों के जरिए दो लाख से अधिक नौकरियों का सृजन हुआ और 15 अरब डालर से अधिक का वेतन भुगतान किया गया।


अध्ययन में कहा गया कि फेसबुक आवेदनों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए 2,35,644 नयी नौकरियों का सृजन किया और वेतन एवं अन्य लाभों के तौर पर अनुमानित 15.71 अरब डालर योगदान किया।


इस नयी अवधारणा को एप्लीकेशन इकोनामी का नाम देते हुए अध्ययन में कहा गया है कि अकेले साफ्टवेयर कंपनियों में ही 53,000 से अधिक नयी नौकरियों का सृजन हुआ। इन एप्लीकेशंस में उत्पादकता के टूल से लेकर लोकप्रिय गेम फार्मविले तक शामिल हैं।
  manojjaiswalpbt
Read More>>>

शनिवार

माता-पिता का प्यार युवा बच्चों को रखता है शराब से दूर

at 15:14
मनोज जैसवाल । बच्चों का व्यवहार काफी हद तक उनके साथ अभिभावकों के रवैए पर निर्भर करता है। यहां तक कि बच्चों का युवा होने पर शराब पीना या नहीं पीना भी अभिभावकों के रवैए पर निर्भर करता है। लंदन में हुए एक शोध के अनुसार बच्चों के साथ अभिभावकों के बुरे बर्ताव से १६ साल की उम्र में उनमें शराब पीने की आशंका आठ गुना अधिक होती है जबकि ३४ साल की उम्र के बाद शराब पीने की आशंका दोगुनी ब़ढ़ जाती है। शोधकर्ताओं ने इसके लिए ब्रिटेन में पिछले ४० साल में पैदा हुए और अब युवा हो चुके १५,००० लोगों पर अध्ययन किया । "द इंडिपेंडेंट" के अनुसार शोधकर्ताओं ने पाया कि बच्चों के साथ प्यार से पेश आना और साथ ही उनको अनुशासन में भी रखना आगे चलकर उन्हें शराब से दूर रखने में काफी मददगार हो सकता है लेकिन जो अभिभावक अपने बच्चों के लिए ऊंचे मानदंड रखते हैं और उन्हें क़ड़े अनुशासन में रखते हैं, आगे चलकर ऐसे बच्चों के शराब के आदी होने की आशंका अधिक होती है। बच्चों के लिए वह स्थिति भी अच्छी नहीं होती जिसमें अभिभावक उनसे भावनात्मक जु़ड़ाव तो रखते हैं लेकिन उनके लिए कोई नियम तय नहीं करते । साथ ही बच्चों के साथ जु़ड़ाव न रखना भी ठीक नहीं है। यह शोध ब्रिटेन के डेमोस नामक थिंक टैंक ने किया है। 

  manojjaiswalpbt
Read More>>>

मंगलवार

वीडियो चैट शुरू करेगी फेसबुक, स्काईपे

at 21:55
Image Loadingमनोज जैसवालफेसबुक : और स्काइपे में एक समझौते की अटकलें है जिससे फेसबुक पर वीडियो चैट की सेवा शुरू होने की संभावना है।
   उल्लेखनीय है कि सोशल नेटवर्किंग साइटों के लिए ये दिन काफी बड़ी घटनाओं के है। गूगल अपनी बड़ी परियोजना गूगल प्लस को पेश करने की तैयारी में जुटी है तो फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने छह जुलाई को कुछ अदभुत शुरू करने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में स्काईपे को 8.5 अरब डॉलर में खरीदा था। ऐसी अटकलें हैं कि स्काईपे की सेवा फेसबुक पर आ सकती है।
गूगल ने गूगल प्लस का प्रायोगिक संस्करण बीते सप्ताह पेश किया था जिसमें विभिन्न उपयोक्ताओं में वीडियो चैटिंग 'प्लस हैंगआउटस' भी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि फेसबुक पर वीडियो चैटिंग की सुविधा आकर्षक बदलाव हो सकता है। टेकक्रंच के संपादक माइकल एरिंगटन के हवाले से 'नेक्स्ट वीक' ने कहा है कि स्काईपे से मिलकर फेसबुक वीडियो चैट शुरू करेगी


आपकी ही भाषा में जवाब देगा कम्प्यूटर
Image Loadingकम्प्यूटर पर गुस्सा उतारने वाले लोग अब सावधान हो जाएं क्योंकि अब ऐसा कम्प्यूटर आने वाला है जो उस पर चिल्लाने वाले लोगों को उन्हीं के लहजे में जवाब देगा। वैज्ञानिक एक ऐसी ही भाषा प्रौद्योगिकी को ईजाद करने में लगे हैं
रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिक आवाज से सक्रिय होने वाली एक ऐसी प्रौद्योगिकी के निर्माण में जुटे हैं जो प्राकृतिक और समझदार तरीके से लोगों से बातचीत कर सकती है। कृत्रिम समझ उसे अपने प्रयोगकर्ता की आवाज से परिचित कराने में मदद करेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक 62 लाख पाउंड की पांच वर्षों की यह परियोजना हालांकि अभी शैशवास्था में है लेकिन एडिनबर्ग कैम्ब्रिज और शेफ़ील्ड विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं का मानना है कि इस प्रौद्योगिकी से कई तरह के लाभ होंगे।
एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के सूचना विज्ञान के प्रोफेसर स्टीव रेनाल्ड का कहना है, हम ऐसी प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में लगे हैं जो प्राकृतिक ध्वनि शब्दों को पहचान और उन्हें उत्पन्न कर सकती है। उन्होंने कहा, इससे कम्प्यूटर की बोलचाल की भाषा विकास हो जाएगा और इस प्रौद्योगिकी का फैलाव हमारे घर कार्यालय और फुर्सत के क्षणों तक हो जाएगा।
रेनाल्ड ने कहा कि उम्मीद है कि बातचीत पर प्रतिक्रिया देने वाली यह प्रौद्योगिकी व्यक्तिगत आवाज को पहचानने और शब्द ज्ञान, बोलने के तरीके और शाब्दिक अभिव्यक्तियों को पहचानने में सक्षम होगी। शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विज्ञान के थॉमस हेन ने कहा, भाषा की प्रौद्योगिकी समाज की मुख्य धारा में आने वाली है लेकिन इसकी सबसे बड़ी सफलता मनुष्यों की तरह बर्ताव करने में है।
manojjaiswalpbt@GMail.com

यह भी देखे चुनाव 2012



Read More>>>

रविवार

गाय का दूध माताओं के दूध जैसा

at 22:48
मनोज जैसवाल : ब्यूनस आयर्स। अर्जेटीना की राष्ट्रीय लैबोरेट्री ने क्लोनिंग के जरिए एक गाय पैदा की है। लैब का दावा है कि मानव जीन के मिश्रण से बनाई गई इस गाय का दूध बिल्कुल महिलाओं दूध के जैसे स्वाद वाला होगा।

अर्जेटीना नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रोबिजनेस टेक्नोलॉजी ने एक बयान जारी कर कहा है. क्लोनिंग से तैयार की गई गाय 'रोसिता आईएसए' दुनिया की पहली ट्रांसजेनिक गाय है।


इस गाय से निकलने वाले दूध का स्वाद बिल्कुल माताओं के दूध की तरह होगा। ट्रांसजेनिक एनिमल का अर्थ है कि एक ऎसा जीव जिसे बनाने में कृत्रिम ढंग से दूसरी प्रजाति के जंतु का जीन शामिल हो। लैब का दावा है कि ट्रांसजेनिक गाय का दूध स्वाद में बिल्कुल महिलाओं के दूध की तरह होगा।

रोसिता आईएसए का जन्म छह अप्रैल को हुआ। जन्म के वक्त उसका वजन सामान्य जर्सी गाय के बछड़े की तुलना में दोगुना और 45 किलोग्राम से ज्यादा था।

लैब के वैज्ञानिक एड्रियान मुटो ने कहा, हमारा उद्देश्य दो इनसानी जीन मिलाकर गाय के दूध में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाना है। मसलन पोटीन लैक्टोफेरिन जो विषाणु रोधी और एंटी वायरल होता है और लाइसोजाइम यह भी एक तरह का विषाणु रोधी है।

Read More>>>

सोमवार

नेताजी की नरक यात्रा

at 21:38
प्रेषक : मनोज जैसवाल : दो बार अपने राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके नेता मनोज  कुमार अभी कुछ महीने पहले केंद्र में कैबिनेट स्तर के मंत्री बने थे। हर तरफ से खजाने का मुंह उनकी तरफ खुल गया था। उनके स्विस बैंकों के लेखों में दनादन माया बढ़ती जा रही थी। राजधानी के गलियारों में उनका रौब-रुतबा बढ़ गया था। जहां उनके इतने दोस्त बने, वहां दुश्मनों की भी कमी नहीं थी। उन्हें एक तरफ करके खुद आगे आने के लिए कई लोग लालायित थे।

चाल चलने वाले आखिरकार कामयाब हो ही गए। मनोज कुमार पर कई जानलेवा हमले हुए, मगर हर बार वह चमत्कारिक रूप से बच निकलते। बकरे की मां आखिर कब तक खैर मनाती। मौत उनके आसपास मंडराती रही।

एक दिन नेताजी अपने हल्के से दल-बल सहित लौट रहे थे कि कुछ आत्मघाती लोगों की कारें उनके काफिलें से भिड़ गईं। उसी सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। उनका शरीर तो खैर देश की अमानत था, सो हर तरफ शोक मनाया जा रहा था। नेता जी की आत्मा को देवदूतों ने देवनगरी के बाहर के गेट पर ला पटका था।

द्वार पर एक सीनियर देव अधिकारी ने नेताजी का स्वागत करते हुए कहा, ‘सर, माफ कीजिएगा, धरती पर आपके रुतबे के अनुरूप यहां आपका स्वागत तो नहीं किया जा सकेगा। मगर आप जैसे वीआईपी लोगों के लिए हमारे इस लोक के संविधान में एक विशेष प्रावधान है। आप जैसे समाजसेवियों को मृत्यु के बाद स्वर्गलोक में आने पर एक विकल्प दिया जाता है।’

नेताजी की बांछें खिल गईं। मुस्कराते हुए उन्होंने कहा, ‘जल्दी बताएं श्रीमान, मैं तीन दिनों से भूखा-प्यासा हूं। जल्दी से स्वर्गलोग के द्वार खुलवाएं। नृत्य और मदिरा का इंतजाम करवाएं और बताएं कि यहां मुझे क्या-क्या विशेषाधिकार मिलेंगे।’

देव अधिकारी ने विनम्रता से कहा, ‘सर, आप तो धरती पर साक्षात राजा जैसा जीवन बिताकर आए हैं। यहां भी आपको राजसी सत्कार दिया जाएगा। आपको आपकी मर्जी से ही स्वर्ग या नरक की अलॉटमेंट दी जाएगी। यह आपकी खुशी पर निर्भर करता है कि आपको क्या पसंद है। आपको एक रात नरक में गुजारनी है और फिर अगला एक दिन स्वर्ग में। फिर उसके बाद आप बता देना कि पक्के तौर पर आप कहां रहना चाहेंगे।

नेताजी तपाक से बोले, ‘सच में क्या ऐसा मुमकिन है। मैंने तो सुना है कि कर्मो के अनुसार ही जन्नत या दोजख के दरवाजे खुलते हैं, मगर जनाब आपकी बातों ने तो मुझे निहाल कर दिया। अगर आप मेरी मानें तो मैंने अभी ही फैसला ले लिया है। मुझे स्वर्ग में भेज दें।’अधिकारी ने थोड़ा सख्त लहजे में कहा, ‘आई एम्  सॉरी, सर। यूं हड़बड़ी ठीक नहीं और फिर यहां के कानून का पालन करना जरूरी है। आपको पहले एक दिन नरक में रहना होगा और फिर अगले दिन स्वर्ग में रात बितानी होगी। उसके बाद आपको सोचने-विचारने का समय दिया जाएगा और फिर आपकी मर्जी के मुताबिक आपका निवास स्थान आवंटित कर दिया जाएगा। यह औपचारिकता निभाहनी बहुत जरूरी है, क्योंकि चित्रगुप्त महोदय एक बार निर्णय हो जाने के बाद फिर किसी की शिकायत पर गौर नहीं करते। देखने में आया है कि लोगों के मन बहुत विचलित होते हैं। बहुधा लोग स्वर्ग चुन लेने के बाद अर्जी लगा देते हैं कि उन्हें नरक में स्थान चाहिए। ऐसे प्रार्थना पत्र नष्ट कर दिए जाते हैं, उन पर कोई गौर नहीं किया जाता। मैं नहीं चाहता कि आपको अपने फैसले पर क्षोभ हो।

देवदूत ने थोड़ी सांस लेकर आगे कहा, ‘सर आपको हैरानी हो रही है, मगर यह सत्य है। धरती पर पता नहीं किन खब्ती लोगों ने अफवाहें फैला दी हैं कि अच्छे कर्मो के कारण स्वर्ग मिलता है और बुरे कामों के कारण नरक की यातना भोगनी पड़ती है। ऐसी बात नहीं है सर। नरक और स्वर्ग व्यक्ति की रुचि, मानसिकता और चुनाव पर आधारित है। कोई जबरदस्ती वाली बात नहीं है यहां। सच मानें तो यहां असली जनतंत्र है। बस एक बात है कि एक बार चुन लेने के बाद आदमी अपना विकल्प नहीं बदल सकता।’नेताजी अजीब-सी मनस्थिति में पहुंच गए थे। ऐसा कुछ उनके लिए समझ से बिल्कुल परे था। धरती के हर कानून को वह अपने या अपने लोगों के पक्ष में कर लेते थे, मगर यहां उनके साथ क्या घटने वाला है, यह सोचकर उनका कलेजा कांप उठा। हर तरफ अनिश्चय व भय की स्थिति थी।

मनोज कुमार को स्वर्ग या नरक में से एक चुनने का अधिकार मिल तो गया, मगर वह इस लोक की वास्तविक रणनति समझ नहीं पा रहे थे। अगर किसी को उसकी मर्जी के मुताबिक जगह मिल जाएगी तो फिर स्वर्ग और नरक को रसातल की संज्ञा दी गई है। काफी देर नीचे उतरने के बाद नरक का गेट उनके सामने था। नरक का स्वागती गेट देखकर उनका मन खिल उठा। वह सोचने लगे कि अगर नरक ऐसा है तो स्वर्ग तो न जाने कितना आकर्षक और लुभावना होगा।

सामने का दृश्य देखकर नेताजी गदगद हो गए। एक बड़ा-सा हरा-भरा गोल्फ का मैदान था। थोड़ी ही दूरी पर एक सुंदर क्लब हाउस था। उसके पास खड़े नेताजी के कई जिगरी दोस्त नजर आ रहे थे, जिनके साथ नेता जी ने राजनीति की दलदल में गैर-कानूनी ढंग से करोड़ों रुपए कमाए थे। हरेक व्यक्ति बेहद खुश नजर आ रहा था। आसपास चुलबुली शोख और बिंदास महिलाएं भी इतरा रही थीं। सारा कुछ उनकी जवानी के दिनों के समान ही माहौल था, जब वह क्लबों में रात-रात भर मौज-मस्ती करते रहते थे।

उन सभी लोगों ने बड़ी गर्मजोशी से नेताजी को गले लगाया व उनकी शान में कसीदे कहे। फिर वे सब लोग मिलकर आम आदमी के खर्च पर की गई ऐयाशियों के किस्से सुना-सुनाकर देर तक कहकहे लगाते रहे। क्लब में कई प्रकार के मनोरंजक खेल हुए, डांस किए गए, लजीज व्यंजन और उम्दा शराब और कबाब परोसा गया।

नेताजी तो यह सब पाकर मस्त ही हो गए। कहां तो उन्हें अपनी मौत का गम खाए जा रहा था। अभी-अभी तो दिल्ली की सुनहरी गद्दी पर काबिज हुए थे। अभी तो विदेशों में ऐशो-इशरत का रास्ता खुला था और तभी मौत ने आ घेरा था। मगर नरक में आज का यह दिलकश मंजर देखकर मनोज  कुमार तृप्त हो गए। असमय मरने का सारा गम जाता रहा। वहां शैतान भी आया, जो दिखने में बहुत फिराकदिल, खुशमिजाज और दोस्ताना था। उसने भी मस्त मन से नृत्य किया और कई प्रकार के लतीफे सुनाए।

इतने सब में पता ही नहीं कब एक दिन गुजर गया। देवदूत नेताजी को लेने आ पहुंचा। सभी लोगों ने नेताजी को भरे गले से गुड बाय कहा। देवदूत नेताजी को फिर उसी लिफ़्ट में लेकर चला।

काफी देर तक बहुत ऊपर जाने के बाद स्वर्ग के मुख्यद्वार के सामने देवदूत ने नेताजी को स्वर्ग में एक दिन के लिए जाने को कहा। स्वर्ग यूं तो बहुत ही बढ़िया जगह थी, मगर नेताजी के स्वभाव और रुचि के अनुकूल वहां कुछ भी नहीं था। सबसे ज्यादा खलने वाली बात तो यह थी कि कोई जाना-पहचाना व्यक्ति वहां नहीं था। मनोज  कुमार आज तक भीड़ में घिरे रहते तभी उन्हें अपना जीवन सार्थक लगता था। स्वर्ग के अनजान माहौल में एक पल में ही उनका दम घुटने लगा था।

स्वर्ग में एक अपूर्व नीरस शांति थी। नेताजी को सारा मामला बहुत बोर लगा। बादलों पर इतराते प्रसन्न मुद्रा में ध्यान पर बैठे लोगों को देख-देखकर बहुत ही कष्टपूर्ण ढंग से नेताजी का वह एक दिन बीता।

देवदूत के साथ नेताजी वापिस मुख्य कार्यालय में लौटे। एक फॉर्म पर उन्हें अपना विकल्प चुनने के लिए कहा गया। नेताजी ने कूटनीति से यह कहते हुए नरक में जाने की इच्छा व्यक्त की, ‘सोचकर तो यही चला था कि स्वर्ग में रहकर ऐश करूंगा, मगर नरक में मेरे साथी भी हैं और मस्ती का माहौल भी है। स्वर्ग वैसे तो बहुत अच्छी जगह है, मगर मुझे लगता है कि मैं नरक में ही रहकर खुश रह सकूंगा। कृपया मुझे नरक में स्थान दे दिया जाए।’ मनोज  कुमार की अर्जी मंजूर कर ली गई। नरक मिलने की खुशी में वह झूम उठे।

उसी लिफ्ट से देवदूत नेताजी को नरक के द्वार तक छोड़ गया। जब नेताजी नरक से गेट से अंदर दाखिल हुए तो वहां का सारा नजारा बहुत बदला हुआ था। कहीं कोई गोल्फ का मैदान नहीं था, न ही क्लब और न वे रंगीनियां। हर तरफ उजाड़ था, गंदगी थी, लोग गंदगी को बोरों में भर रहे थे और ऊपर से कचरा व गंदगी गिर रही थी। लोगों ने गंदे-फटे कपड़े पहने हुए थे।

तभी शैतान ने आकर नेताजी के कंधे पर हाथ रखा। नेताजी ने बौखलाकर कहा, ‘माफ करना जनाब, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि माजरा क्या है। कल जब मैं यहां आया था तब यहां गोल्फ क्लब था, हमने खूब मस्ती की थी, शराब और कबाब की पार्टी थी, मगर आज यहां सब कुछ दरिद्रतापूर्ण है। मेरे सारे दोस्तों ने फटे कपड़े पहने हैं और वे कितने घृणित लग रहे हैं। बात क्या है?’

नरक के मुखिया शैतान ने अट्टहास करते हुए कहा, ‘बंधु! धरती पर तुम भी तो यही सब करते रहते हो। चुनाव नजदीक आने पर जनता को कैसे उल्लू बनाते हो। यहां नरक में लोगों की भीड़ जुटाने के लिए हमें भी यह सब करना पड़ता है। कल हम लोग नरक के पक्ष में तुम्हारा वोट लेने के लिए एक प्रकार का चुनाव प्रचार कर रहे थे। उसी का नतीजा है कि तुम जैसे मशहूर नेता ने हमें सेवा का मौका दिया। कल का सारा तामझाम तुम्हें रिझाने के लिए था।’

नेता मनोज कुमार को पहली बार महसूस हुआ कि धरती पर जब वे चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को सब्जबाग दिखाते थे और चुनावों के बाद उन्हें छलते थे, तब जनता को भी कुछ-कुछ ऐसा ही लगता होगा।



Read More>>>

शुक्रवार

आपके फोन से ही पेमेंट

at 16:43




Decrease Font SizeIncrease Font Size
manojjaiswalpbt

मनोज जैसवाल : अब वह दिन लदने जा रहे हैं जब आप शॉपिंग करने के बाद बिल का भुगतान क्रेडिट कार्ड या नकद करते थे। गूगल ने खास एप्लिकेशन बनाया है जिससे आपके फोन से ही पेमेंट हो जाएगा। बस फोन में एक खास चिप होनी चाहिए।

न्यूयॉर्क में इस फीचर पर से पर्दा उठाया गया। इस फिचर की वजह से मोबाइल फोन का इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड की तरह बिल का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं।



इस प्रोजेक्ट को मास्टरकार्ड और सिटी बैंक के संयोजन से बनाया गया है। शुरुआत में ये फीचर केवल नेक्सस के 4 जी स्प्रिंट मॉडल में ही उपलब्ध होगा लेकिन भविष्य में और अधिक फोन मंच ये फीचर का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यही नहीं यह स्मार्टफोन डिजिटल क्रेडिट कार्ड, कूपन, रसीद को संभालकर रखेगा। इसे मोबाइल बटुआ कहा जा रहा है।
Read More>>>

मंगलवार

ऐसा क्‍या किया करीना ने कि तुसाद म्यूजियम भी मजबूर हो गया

at 21:26
मनोज जैसवाल : बॉलीवुड की नायिकाओं में सिर्फ ऎश्वर्या राय बच्चन ही एकलौती ऎसी महिला रहीं जिनकी मोम की प्रतिकृति लंदन के प्रसिद्ध मोम गृह मैडम तुसाद म्यूजियम में स्थापित होने का गौरव मिला था। इन दिनों बॉलीवुड एक बार फिर से मैडम तुसाद म्यूजियम बॉलीवुड में चर्चा का विषय बन गया है।

क्‍योंकि खबर है कि इस बार

वहां करीना कपूर के मोम के पुतले को स्थापित किया जाएगा। अगर वास्तव में ऎसा होता है तो ऎश्वर्या के बाद बॉलीवुड की बेबो दूसरी ऎसी महिला होंगी जिनका मोम का पुतला मैडम तुसाद म्यूजियम की शोभा बढ़ा रहा होगा।

इस खबर से बॉलीवुड की बेब्‍स काफी परेशान है और इस बात की तह तक जाने की फिराक में है कि आखिर क्या सोचकर संग्रहालय ने करीना कपूर का चयन किया है।

संग्रहालय की ओर से कहा जा रहा है कि उन्हें इस नायिका का स्टैच्यू लगाने के लिए प्रशंसकों का काफी दबाव था। इस बारे में लगातार पत्र के साथ-साथ मोबाइल पर एसएमएस आ रहे थे।

manojjaiswalpbt@gmail.com


Read More>>>

सोमवार

कार पर स्टीकर लगाकर एकता कपूर द्वारा प्रचार

at 01:16
मनोज जैसवाल : रागिनी एमएमएस को लेकर एकता कपूर इतनी उत्साहित हैं कि अपनी कार पर फिल्म के स्टीकर लगाकर प्रचार कर रही हैं। उनकी जगुआर पर ‘रागिनी यहाँ बैठी थी’ और ‘रागिनी का एमएमएस देखा क्या’ जैसे लिखे वाक्यों के स्टीकर देखे जा सकते हैं। 

Ragini MMS



एकता के एक सूत्र ने बताया ‘एकता का मानना है कि फिल्म बहुत अच्छी बन पड़ी है। इसलिए वे फिल्म की मार्केटिंग में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती हैं। उनकी पूरी टीम फिल्म के प्रचार में जुटी हुई है इसके बावजूद एकता व्यक्तिगत रूप से भी फिल्म का प्रचार कर रही हैं। इसीलिए उन्होंने फिल्म के प्रचार के लिए बनाए गए स्टीकर्स अपनी कार पर चिपका रखे हैं।‘
Read More>>>

शिल्पा शेट्टी बनने वाली हैं माँ!

at 01:11

Shilpa Shetty



आईपीएल में अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स का उत्साह बढ़ाते हुए शिल्पा शेट्टी वैसी नजर नहीं आ रही हैं ‍जैसा कि पिछले सत्रों में आती थी। मैचों के दौरान वे यदाकदा ही नजर आती हैं और खामोश बैठी रहती हैं।

टीम का उत्साह उनके पति राज कुन्द्रा और शिल्पा की बहन शमिता शेट्टी मिलकर बढ़ाते हैं। आखिर शिल्पा में खेल के प्रति वैसा जुनून क्यों नजर नहीं आ रहा है? इसके जवाब में सूत्रों का कहना है कि शिल्पा माँ बनने की राह पर हैं। यह बात केवल राज और शिल्पा के नजदीक दोस्त और रिश्तेदार ही जानते हैं।

2009 में राज से विवाह रचाने वाली शिल्पा ने शादी के तुरंत बाद कहा था कि उन्हें बच्चे अच्छे लगते हैं और वे जल्दी ही अपना परिवार बढ़ाना चाहेंगी। शिल्पा की यह पहली संतान होगी जबकि राज की दूसरी। राज की अपनी पहली बीवी कविता से पाँच साल की बेटी है।
manojjaiswalpbt@gmail.com
Read More>>>

रविवार

मल्लिका शेरावत ने की व्हाइट हाउस की अनदेखी

at 23:45

प्रेषक मनोज जैसवाल :व्हाइट हाउस के कार्यक्रमों में मल्लिका शेरावत को बुलाया जाने लगा है और यूएस प्रेसीडेंट बराक ओबामा भी बॉलीवुड की इस हॉट एक्ट्रेस को पहचानने लगे हैं। अब‍ तो मल्लिका की भी हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि वे व्हाइट हाउस के आमंत्रणों की अनदेखी करने लगी है।  
Mallika


ताजे किस्से को ही लीजिए। व्हाइट हाउस में पोएट्री रिडिंग सेशन के लिए चुनिंदा 100 लोगों को बुलाया गया जिसमें मिस शेरावत भी शामिल हैं। कोई और होता तो दौड़ा चला जाता, लेकिन मल्लिका इसमें नहीं जा सकती क्योंकि उसी दिन उन्हें कान में अपनी फिल्म को प्रमोट करना है।

फिल्म वालों से ये वादा वे पहले कर चुकी हैं जबकि व्हाइट हाउस का निमंत्रण उन्हें बाद में मिला। वे निराश जरूर हैं क्योंकि दुनिया के सबसे शक्तिशाली आदमी से मिलने के मौके बार-बार नहीं मिलते।
manojjaiswalpbt@gmail.com 
 

Read More>>>

जैकलीन को मल्लिका बनाने की कोशिश?

at 23:26
प्रेषक मनोज जैसवाल :महेश भट्ट और उनके भाई मुकेश भट्ट के बैनर विशेष फिल्म्स की पिछली कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नाकामयाब रही हैं। इस बार दोनों भाइयों ने सफलता पाने के लिए कमर कस ली है और ‘मर्डर 2’ में अपने चिर-परिचित स्किन शो फॉर्मूले को वे अपना रहे हैं।
‘मर्डर’ की कामयाबी में मल्लिका शेरावत द्वारा किए गए बोल्ड सीन विशेष योगदान था। इस सुपरहिट फिल्म के सीक्वल में मल्लिका की जगह ले ली हैं श्रीलंकन ब्यूटी जैकलीन फर्नांडिस ने। बॉलीवुड में जैकलीन द्वारा की गई एक-दो फिल्में असफल रही हैं और अपने डूबते करियर को थामने के लिए उन्होंने ‘मर्डर 2’ में अंग प्रदर्शन करने के लिए हामी भर दी है।

फिल्म से जुड़े सूत्र बताते हैं कि भट्ट बंधु जैकलीन को इस हॉट अंदाज में पेश कर रहे हैं कि लोग ‘मर्डर’ की मल्लिका को भूल जाएँगे और मल्लिका की तरह जैकलीन छा जाएँगी। सफलता पाने के लिए दोनों पार्टियाँ स्किन शो पर एकमत हो गई हैं।

फिल्म की पब्लिसिटी तो महेश भट्ट ने अभी भी से शुरू कर दी है। ट्विटर के जरिये वे जैकलीन की तारीफ पर तारीफ किए जा रहे हैं। हॉलीवुड एक्ट्रेस से उनकी तुलना कर रहे हैं। उधर जैकलीन भी अचानक बोलने लगी हैं। शायद भट्ट की संगति का असर हो रहा है या उन्होंने ही जैकलीन को बोलना सीखा दिया है।

कल तक छुईमुई सी रहने वाली जैकलीन अब बिंदास भाषा का इस्तेमाल करने लगी हैं। मैंने अपने फिगर को बनाने के लिए बहुत मेहनत की है, उसे दिखाने का वक्त आ गया है या स्क्रिप्ट की माँग हो तो मैं बोल्ड सीन के मामले में ‘मर्डर 2’ से भी आगे जा सकती हूँ जैसे वाक्यों को वे इन दिनों भरपूर इस्तेमाल कर रही हैं। शायद जैकलीन को मल्लिका बनाने की कोशिश की जा रही है।
manojjaiswalpbt@gmail.com

Read More>>>

बिपाशा बसु ने दी चुनौती : साबित करो कि आवाज मेरी है

at 23:05
प्रेषक मनोज जैसवाल : बिपाशा बसु ने उन सभी लोगों को चुनौती देते हुए कहा है कि वे साबित करें कि विवादास्पद टेप में अमरसिंह से बातचीत करने वाली महिला की आवाज उनकी है। बिपाशा का कहना है कि उन्होंने भी इंटरनेट पर टेप को सुना है, लेकिन यह आवाज उनकी नहीं है क्योंकि उन्होंने कभी भी अमरसिंह से बातचीत नहीं की है।

बिपाशा उन लोगों से भी नाराज है जिन्होंने बिना उनसे पुष्टि किए ही यह मान लिया कि यह आवाज बिपाशा की है। खबरों में उनका नाम लिख दिया गया। बिपाशा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस मामले में अपना नाम घसीटने के कारण बिपाशा को दु:ख पहुँचा है और उनका मानना है कि सेलिब्रिटी होने की कीमत उन्हें चुकाना पड़ रही है।
manojjaiswalpbt@gmail.com 
Read More>>>

इसलिए इतनी सेक्सी और हॉट लगती हैं असिन

at 22:01

मनोज जैसवाल :दक्षिण सिनेमा से बॉलीवुड में आईं अभिनेत्री असिन की भले ही अब तक कुछेक फिल्में आई हों लेकिन वह बेहद व्यस्त हैं। हालांकि इस व्यवस्तता के बीच भी असिन अपनी फिटेनस और खान-पान का काफी ध्यान रखती हैं। जानते हैं कि चुलबुली असिन इसके लिए क्या-क्या करती हैं।
सही भोजन, सही व्यायाम
असिन खान-पान के मामले में बहुत सजग हैं। बेहद व्यस्त शिड्यूल होते हुए भी वह अपनी डाइट को लेकर कोई टाल-मटोल नहीं करतीं। उनका फिटनेस मंत्र है-‘ईट हेल्दी, एक्सरसाइज वैल’। हालांकि इसकी सीख उन्हें अपनी मां से मिली जो खुद एक डॉक्टर हैं, साथ ही एक अच्छी कुक भी। असिन कम से कम तेल का बेहद पोषक खाना खाती हैं और अधिकतर घर का खाना ही पसंद करती हैं। शक्कर की जगह वह गुड़ का टुकड़ा खाकर ही अपने मीठे की भूख को शांत करती हैं। हालांकि मुंबई से बाहर रहने पर कई बार घर का भोजन उपलब्ध नहीं हो पाता।
पसंदीदा भोजन
घर के खाने से इतर इंडियन कुजीन असिन को सबसे ज्यादा पसंद है। इसकी सबसे बड़ी खासियत भारतीय थाली में ढेरों वैरायटी होना है। इससे अपनी पसंद का चुनाव करने में भी आसानी होती है। मोटे तौर पर साउथ और नॉर्थ कुजीन को ही ले लीजए, इसमें बहुत विविधता होती है।
परिवार का साथ 
आप थके हों या फिर परेशान, परिवार ऐसा साथ है जो कई तरह के स्ट्रेस को कम करता है या इसके रास्ते खोजता है। इसलिए तनाव में परिवार का साथ असिन जरूर चाहती हैं। परिवार के अलावा काल्पनिक किताबें पढ़ने का भी उन्हें खूब शौक है। अपने मूड के मुताबिक सभी तरह का म्यूजिक सुनना भी वह पसंद करती हैं। तनाव से घिरे होने पर दोस्तों के साथ नई मूवी देखना और डिनर उन्हें पसंद है।
वजन पर नियंत्रण
छुट्टियों के दिनों को असिन पूरी मौज-मस्ती के साथ एंजॉय करती हैं। ऐसे में कई बार शौक-शौक में ज्यादा खा लेने पर वजन भी बढ़ जाता है, जिसे वह कैलोरीज को बर्न करके कम करती हैं। इसके लिए आउटडोर स्पोर्ट्स का भी सहारा लेती हैं। इससे कुछ हद तक कैलोरीज बर्न हो जाती हैं और आप फिट महसूस करते हैं।
युवाओं को सीख
आजकल युवा लड़कियां कॅरियर की खातिर घर से बाहर रहती हैं, उनके लिए असिन की सलाह है कि जब तक आपको अपना ड्रीम हासिल न हो जाए, तक तक कोशिश करें। पर परिवार के साथ विश्वास हमेशा बनाए रखें। लेकिन इस सबके बीच अपनी फिटनेस के साथ समझौता न करें।
manojjaiswalpbt@gmail.com
Read More>>>