मनोज जैसवाल : मोटापे से परेशान हैं तो हर दिन मन मारने की बजाय डायटिंग के लिए हफ्ते के दो दिन तय कर लीजिए और बाकी दिन जो मन चाहे खाइए।
एक नए अध्ययन के अनुसार ब्रिटेन के दक्षिण मांचेस्टर में यूनीवर्सिटी हास्पिटल के अनुसंधानकर्ताओं ने 115 महिलाओं को अलग अलग तरह की डायटिंग पर रखा। पहले वर्ग की महिलाओं को सप्ताह के दो दिन सिर्फ 650 कैलोरी दी गई और उनके भोजन से काबरेहाइड्रेड जैसे ब्रेड, आलू और पास्ता तथा तमाम वसा वाले पदार्थ हटा दिए गए। उन्हें सप्ताह के बाकी पांच दिन उनकी मर्जी का भोजन करने की इजाजत दी गई हालांकि उन्हें पोषक आहार लेने की सलाह दी गई।
दूसरे वर्ग की महिलाओं को सप्ताह के दो दिन सिर्फ काबरेहाइड्रेट खाने से रोका गया, लेकिन उनके भोजन में कैलोरी की सीमा तय नहीं की गई और उनसे बाकी दिन अपना मनपसंद भोजन करने को कहा गया। तीसरे वर्ग की महिलाओं को सामान्य डायटिंग करने को कहा गया, जिसके अंतर्गत उन्हें सप्ताह के सातों दिन 1500 कैलोरी प्रतिदिन के हिसाब से भोजन करना था और वसायुक्त भोजन से बचना था।
डेली मेल के अनुसार पहले वर्ग की महिलाओं ने सबसे ज्यादा वजन कम किया, जबकि पूरे हफ्ते डायटिंग करने वाली महिलाओं ने उनसे आधा यानी दो किलो चार सौ ग्राम वजन कम किया। अस्पताल के जेनेसिस ब्रेस्ट कैंसर प्रिवेंशन सेंटर के डाक्टर मिशेल हार्वी ने कहा ऐसा लगता है कि दो दिन सख्त डायटिंग करने का असर हफ्ते के बाकी दिन भी बना रहा और बाकी दिन सामान्य भोजन करने के बावजूद महिलाओं ने आसानी से वजन कम कर लिया।
मिशेल के अनुसार दो दिन सख्त डायटिंग करने वाली महिलाओं को हालांकि बाकी दिन अपना मनपसंद भोजन करने की छूट थी, लेकिन अध्ययन के दौरान यह देखने में आया कि सप्ताह के बाकी दिन भी उन्होंने सामान्य से कम भोजन किया। (PTI)
एक नए अध्ययन के अनुसार ब्रिटेन के दक्षिण मांचेस्टर में यूनीवर्सिटी हास्पिटल के अनुसंधानकर्ताओं ने 115 महिलाओं को अलग अलग तरह की डायटिंग पर रखा। पहले वर्ग की महिलाओं को सप्ताह के दो दिन सिर्फ 650 कैलोरी दी गई और उनके भोजन से काबरेहाइड्रेड जैसे ब्रेड, आलू और पास्ता तथा तमाम वसा वाले पदार्थ हटा दिए गए। उन्हें सप्ताह के बाकी पांच दिन उनकी मर्जी का भोजन करने की इजाजत दी गई हालांकि उन्हें पोषक आहार लेने की सलाह दी गई।
दूसरे वर्ग की महिलाओं को सप्ताह के दो दिन सिर्फ काबरेहाइड्रेट खाने से रोका गया, लेकिन उनके भोजन में कैलोरी की सीमा तय नहीं की गई और उनसे बाकी दिन अपना मनपसंद भोजन करने को कहा गया। तीसरे वर्ग की महिलाओं को सामान्य डायटिंग करने को कहा गया, जिसके अंतर्गत उन्हें सप्ताह के सातों दिन 1500 कैलोरी प्रतिदिन के हिसाब से भोजन करना था और वसायुक्त भोजन से बचना था।
डेली मेल के अनुसार पहले वर्ग की महिलाओं ने सबसे ज्यादा वजन कम किया, जबकि पूरे हफ्ते डायटिंग करने वाली महिलाओं ने उनसे आधा यानी दो किलो चार सौ ग्राम वजन कम किया। अस्पताल के जेनेसिस ब्रेस्ट कैंसर प्रिवेंशन सेंटर के डाक्टर मिशेल हार्वी ने कहा ऐसा लगता है कि दो दिन सख्त डायटिंग करने का असर हफ्ते के बाकी दिन भी बना रहा और बाकी दिन सामान्य भोजन करने के बावजूद महिलाओं ने आसानी से वजन कम कर लिया।
मिशेल के अनुसार दो दिन सख्त डायटिंग करने वाली महिलाओं को हालांकि बाकी दिन अपना मनपसंद भोजन करने की छूट थी, लेकिन अध्ययन के दौरान यह देखने में आया कि सप्ताह के बाकी दिन भी उन्होंने सामान्य से कम भोजन किया। (PTI)
manojjaiswalpbt |
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रोचक जानकारी.
जवाब देंहटाएंvery nice, मोटापे से परेशान हैं तो हर दिन मन मारने की बजाय डायटिंग के लिए हफ्ते के दो दिन तय कर लीजिए और बाकी दिन जो मन चाहे खाइए.
जवाब देंहटाएंज्ञानवर्धक जानकारी
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंarey wahaa yh to bahut upyogi jaankari di aapne abhaar..samay mile kabhi to aaiyegaa meri post par aapka svagat hai
जवाब देंहटाएं@पंडित जी,@मोहित जी @दीवानी इन्तजार जी @राज पाण्डे जी @पल्लवी जी आप सब का पोस्ट पर राय के लिए हार्दिक आभार.आप का दिल से धन्यबाद.
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंरोचक जानकारी शुक्रिया
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंराय के लिए धन्यबाद
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी आभार
जवाब देंहटाएंvery nice post
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