मनोज जैसवाल । बच्चों का व्यवहार काफी हद तक उनके साथ अभिभावकों के रवैए पर निर्भर करता है। यहां तक कि बच्चों का युवा होने पर शराब पीना या नहीं पीना भी अभिभावकों के रवैए पर निर्भर करता है। लंदन में हुए एक शोध के अनुसार बच्चों के साथ अभिभावकों के बुरे बर्ताव से १६ साल की उम्र में उनमें शराब पीने की आशंका आठ गुना अधिक होती है जबकि ३४ साल की उम्र के बाद शराब पीने की आशंका दोगुनी ब़ढ़ जाती है। शोधकर्ताओं ने इसके लिए ब्रिटेन में पिछले ४० साल में पैदा हुए और अब युवा हो चुके १५,००० लोगों पर अध्ययन किया । "द इंडिपेंडेंट" के अनुसार शोधकर्ताओं ने पाया कि बच्चों के साथ प्यार से पेश आना और साथ ही उनको अनुशासन में भी रखना आगे चलकर उन्हें शराब से दूर रखने में काफी मददगार हो सकता है लेकिन जो अभिभावक अपने बच्चों के लिए ऊंचे मानदंड रखते हैं और उन्हें क़ड़े अनुशासन में रखते हैं, आगे चलकर ऐसे बच्चों के शराब के आदी होने की आशंका अधिक होती है। बच्चों के लिए वह स्थिति भी अच्छी नहीं होती जिसमें अभिभावक उनसे भावनात्मक जु़ड़ाव तो रखते हैं लेकिन उनके लिए कोई नियम तय नहीं करते । साथ ही बच्चों के साथ जु़ड़ाव न रखना भी ठीक नहीं है। यह शोध ब्रिटेन के डेमोस नामक थिंक टैंक ने किया है।
nice
जवाब देंहटाएंसुन्दर आलेख मनोज जी
जवाब देंहटाएं