मनोज जैसवाल : सभी सब्जियों में करेला सबसे कसैला होता है लेकिन दूसरी किसी भी सब्जी की तुलना में अधिक गुणकारी होता है.
करेला विभिन्न आकार-प्रकार में पाया जाता है. इसकी चाइनीज वेरायटी 20 से 30 सेंटीमीटर लंबी होती है. वहां पैदा होने वाला करेला हरे के ऊपर हल्का पीला रंग लिए होता है जो किनारों की ओर मुड़ा हुआ नुकीला और खुरदुरा होता है. इसका रंग हरे के साथ सफेद लिए भी देखा गया है.
फायदे
जिन लोगों को कफ की शिकायत रहती है उन्हें करेले का नियमित सेवन करना चाहिए.
करेला हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है, जिससे भूख खुलकर लगती है. यह ठंडा होता है. इसलिए यह गर्मी के कारण पैदा होने वाली बीमारियों को दूर करता है. जिन लोगों को दमे की शिकायत रहती है, उन्हें करेले की सब्जी अवश्य खानी चाहिए.
लकवे के रोगियों को करेला जबरदस्त फायदा पहुंचाता है. दस्त और उल्टी की शिकायत की सूरत में करेले का रस निकालकर उसमें काला नमक और थोड़ा पानी मिलाकर पीने से फायदा देखा गया है.
डायबिटीज का रामबाण
करेला खून साफ करता है. एक चौथाई करेले के रस में बराबर मात्रा में गाजर का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है. डायबिटीज से पीड़ित लोगों को करेले का रस और सब्जी, दोनों का सेवन करना मुफीद रहता है.
15 ग्राम करेले का रस 100 ग्राम पानी में मिलाकर रोज चार बार पीने से एक महीने के भीतर डायबिटीज में लाभ होता है. 50 ग्राम करेले को 100 ग्राम पानी में उबालकर गटकने से डायबिटीज में फायदा होता है.
रोजाना 5 ग्राम करेले का रस पीते रहने वाले लोगों को डायबिटीज में फायदा दिखने लगता है. करेला अन्य औषधियों के समान शरीर के केवल एक अंग या टिशू को ही टाग्रेट नहीं बनाता बल्कि पूरे शरीर के ग्लूकोज मैटाबॉलिज्म पर असर करता है.
सूखे करेले को पीस कर उसके 6 ग्राम चूर्ण को दिन में सिर्फ एक बार लेने से मूत्र में चीनी आना थम जाता है. बच्चे को डायबिटीज होने पर उन्हें प्रतिदिन करेले की सब्जी खिलाते रहने से काफी लाभ होता है.
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करेले में दूसरी किसी
सब्जी की तुलना में अधिक औषधीय गुण छिपे होते हैं. करेला उष्णकटिबंधीय और
उन क्षेत्रों में पैदा होता है जहां कम बारिश होती है.
यह कुकरबिटासीने फैमिली की सब्जी है. आमतौर पर करेला एशिया, अफ्रीका और कैरेबियाई देशों में पैदा किया जाता है. सभी सब्जियों में करेला सबसे कसैला होता है.
इसमें फास्फोरस पाया जाता है. इस वजह से करेला खाने वाले को कफ की शिकायत नहीं होने पाती. इसमें प्रोटीन तो भरपूर पाया जाता है. इसके अलावा करेले में कैल्शियम, काबरेहाइड्रेट और विटामिन पाये जाते हैं. करेले की छोटी और बड़ी दो प्रकार की प्रजाति होती है, जिससे इनके कसैलेपन में भी अंतर आता है.
अनेक किस्में
यह कुकरबिटासीने फैमिली की सब्जी है. आमतौर पर करेला एशिया, अफ्रीका और कैरेबियाई देशों में पैदा किया जाता है. सभी सब्जियों में करेला सबसे कसैला होता है.
इसमें फास्फोरस पाया जाता है. इस वजह से करेला खाने वाले को कफ की शिकायत नहीं होने पाती. इसमें प्रोटीन तो भरपूर पाया जाता है. इसके अलावा करेले में कैल्शियम, काबरेहाइड्रेट और विटामिन पाये जाते हैं. करेले की छोटी और बड़ी दो प्रकार की प्रजाति होती है, जिससे इनके कसैलेपन में भी अंतर आता है.
अनेक किस्में
करेला विभिन्न आकार-प्रकार में पाया जाता है. इसकी चाइनीज वेरायटी 20 से 30 सेंटीमीटर लंबी होती है. वहां पैदा होने वाला करेला हरे के ऊपर हल्का पीला रंग लिए होता है जो किनारों की ओर मुड़ा हुआ नुकीला और खुरदुरा होता है. इसका रंग हरे के साथ सफेद लिए भी देखा गया है.
फायदे
जिन लोगों को कफ की शिकायत रहती है उन्हें करेले का नियमित सेवन करना चाहिए.
करेला हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है, जिससे भूख खुलकर लगती है. यह ठंडा होता है. इसलिए यह गर्मी के कारण पैदा होने वाली बीमारियों को दूर करता है. जिन लोगों को दमे की शिकायत रहती है, उन्हें करेले की सब्जी अवश्य खानी चाहिए.
लकवे के रोगियों को करेला जबरदस्त फायदा पहुंचाता है. दस्त और उल्टी की शिकायत की सूरत में करेले का रस निकालकर उसमें काला नमक और थोड़ा पानी मिलाकर पीने से फायदा देखा गया है.
डायबिटीज का रामबाण
करेला खून साफ करता है. एक चौथाई करेले के रस में बराबर मात्रा में गाजर का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है. डायबिटीज से पीड़ित लोगों को करेले का रस और सब्जी, दोनों का सेवन करना मुफीद रहता है.
15 ग्राम करेले का रस 100 ग्राम पानी में मिलाकर रोज चार बार पीने से एक महीने के भीतर डायबिटीज में लाभ होता है. 50 ग्राम करेले को 100 ग्राम पानी में उबालकर गटकने से डायबिटीज में फायदा होता है.
रोजाना 5 ग्राम करेले का रस पीते रहने वाले लोगों को डायबिटीज में फायदा दिखने लगता है. करेला अन्य औषधियों के समान शरीर के केवल एक अंग या टिशू को ही टाग्रेट नहीं बनाता बल्कि पूरे शरीर के ग्लूकोज मैटाबॉलिज्म पर असर करता है.
सूखे करेले को पीस कर उसके 6 ग्राम चूर्ण को दिन में सिर्फ एक बार लेने से मूत्र में चीनी आना थम जाता है. बच्चे को डायबिटीज होने पर उन्हें प्रतिदिन करेले की सब्जी खिलाते रहने से काफी लाभ होता है.
manoj jaiswal |
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रामबाण जानकारी शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंपोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
हटाएंGreat Post Thanks.
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हटाएंअचूक उपाय
जवाब देंहटाएंपोस्ट पर कमेन्ट के लिए आभार।
हटाएंvery nice
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हटाएंबहुत उपयोगी जानकारी मनोज जी धन्यवाद
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हटाएंबेहद शानदार आलेख
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हटाएंज्ञानवर्धक पोस्ट उत्तम जानकारी धन्यवाद मनोज जी.
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हटाएंबहुत अच्छी बात बतायी आपने ज्ञानवर्धक पोस्ट मनोज जी.
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