मनोज जैसवाल : इमर्जिंग मार्केट -थॉट लीडर्स के टीएलजी इंडेक्स के अनुसार भारतीय बाजार में
भारत की कंपनियों का ही बोलबाला है.
रिपोर्ट:- इस सूची में विदेशी कंपनियों में सबसे ऊंचा स्थान गूगल का है जिसने इस इंडेक्स में तीसरा स्थान पाया है जबकि नोकिया का छठा और फेसबुक का आठवां स्थान है। इन कंपनियों ने अपने मॉडल को स्थानीय स्थितियों के अनुकूल ढाल लिया है।
भारत में शीर्ष 10 ब्रांड में से 7 ब्रांड स्वदेशी कंपनियां हैं। इस फेहरिस्त में आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस, नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाले टाटा समूह तथा गूगल, नोकिया और फेसबुक जैसे ग्लोबल ब्रांड शामिल हैं।
यह जानकारी एक सर्वे में दी गई है। इमर्जिंग मार्केट -थॉट लीडर्स के टीएलजी इंडेक्स के अनुसार, शीर्ष 20 कंपनियों की फेहरिस्त में भारतीय कंपनियों का बोलबाला है और इनमें भी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर सिविल इंजीनियरिंग सेक्टर का वर्चस्व है।
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी का इस सूची में चौथा स्थान है जबकि इंजीनिरिंग कंपनी लारसन एंड टुब्रो पांचवें स्थान पर है। महिंद्रा ग्रुप 10वें स्थान पर है, हीरो होंडा मोटर्स 11वें और हुंडई मोटर इंडिया 20 स्थान पर विराजमान है।
यह सर्वे टीएलजी द्वारा इंटरनेशनल रिसर्च कंसलटैंसी कंपनी ग्लबोलस्कैन की साझीदारी में किया गया और इसमें सरकारी मंत्रियों से लेकर ब्लू चिप कंपनियों के निदेशक और अखबारों के संपादक भी शामिल थे।
सर्वे के रेस्पांडेंट्स से ऐसे कॉरपोरेट ब्रांडों की पहचान करने को कहा गया जिनमें उपभोक्ताओं, कर्मचारियों या राजनीतिज्ञों के बर्ताव और रुझान को बदल देने की ताकत है, जिसे थॉट लीडर्स या विचार नेताओं की संज्ञा दी गई है।
इस फेहरिस्त में जो अन्य नाम शामिल हैं, उनमें भारतीय स्टेट बैंक (7वां स्थान), भारतीय जीवन बीमा निगम (12 वां स्थान), ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (14वां स्थान), आदित्य बिड़ला ग्रुप (15वां स्थान), ओबेरॉय गु्रप (16वां स्थान), एटडीएफसी बैंक (17 वां स्थान), डा. रेड्डी लैबोरेट्रीज (18वां स्थान) एवं रैनबैक्सी लैबोरेट्रीज (19वां स्थान) शामिल है।
टीएलजी के संस्थापक मैलकॉम गुडरहैम ने कहा कि शीर्ष 20 ब्रांड की सूची से पश्चिमी देशों के बड़े ब्रांडों की गैर-मौजूदगी ऐसे सीईओ के लिए चिंता का सबब बन सकती है जो इनमें घुसने की कोशिश में लगे हैं।
ग्लबोलस्कैन रिसर्च डायरेक्टर ओलिवर मार्टिन ने कहा कि भारत में चूकि कॉरपोरेट लीडरशिप में आम लोगों का विश्वास कम हो रहा है, इसलिए कंपनियों को बिजनेस के अभिवन पहलों और प्रोग्रेसिव सीएसआर में निश्चित रूप से शानदार प्रदर्शन करना चाहिए जिससे कि वे थॉट लीडरशिप पोजीशन को बनाये रख सकें।
शीर्ष 10 ब्रांड में देशी एवं विदेशी कंपनियों के बीच दो जेवी (संयुक्त उद्यम) उपक्रम मारुति-सुजुकी (चौथी) और हिंदुस्तान यूनिलीवर (नौवीं) शामिल हैं। इस सूची में विदेशी कंपनियों में सबसे ऊंचा स्थान गूगल का है जिसने इस इंडेक्स में तीसरा स्थान पाया है जबकि नोकिया का छठा और फेसबुक का आठवां स्थान है।
रिपोर्ट में कहा गया कि जिन पश्चिमी देशों की कंपनियों ने इस फेहरिस्त में बड़ी जगह (गूगल, नोकिया और फेसबुक) पाई है, उन कंपनियों ने अपने मॉडल को स्थानीय स्थितियों के अनुकूल ढाल लिया या फिर जिन्होंने देश की किसी दिग्गज कंपनी के साथ जेवी (सुजुकी, यूनिलीवर) किया।
भारत में शीर्ष 10 ब्रांड में से 7 ब्रांड स्वदेशी कंपनियां हैं। इस फेहरिस्त में आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस, नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाले टाटा समूह तथा गूगल, नोकिया और फेसबुक जैसे ग्लोबल ब्रांड शामिल हैं।
यह जानकारी एक सर्वे में दी गई है। इमर्जिंग मार्केट -थॉट लीडर्स के टीएलजी इंडेक्स के अनुसार, शीर्ष 20 कंपनियों की फेहरिस्त में भारतीय कंपनियों का बोलबाला है और इनमें भी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर सिविल इंजीनियरिंग सेक्टर का वर्चस्व है।
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी का इस सूची में चौथा स्थान है जबकि इंजीनिरिंग कंपनी लारसन एंड टुब्रो पांचवें स्थान पर है। महिंद्रा ग्रुप 10वें स्थान पर है, हीरो होंडा मोटर्स 11वें और हुंडई मोटर इंडिया 20 स्थान पर विराजमान है।
यह सर्वे टीएलजी द्वारा इंटरनेशनल रिसर्च कंसलटैंसी कंपनी ग्लबोलस्कैन की साझीदारी में किया गया और इसमें सरकारी मंत्रियों से लेकर ब्लू चिप कंपनियों के निदेशक और अखबारों के संपादक भी शामिल थे।
सर्वे के रेस्पांडेंट्स से ऐसे कॉरपोरेट ब्रांडों की पहचान करने को कहा गया जिनमें उपभोक्ताओं, कर्मचारियों या राजनीतिज्ञों के बर्ताव और रुझान को बदल देने की ताकत है, जिसे थॉट लीडर्स या विचार नेताओं की संज्ञा दी गई है।
इस फेहरिस्त में जो अन्य नाम शामिल हैं, उनमें भारतीय स्टेट बैंक (7वां स्थान), भारतीय जीवन बीमा निगम (12 वां स्थान), ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (14वां स्थान), आदित्य बिड़ला ग्रुप (15वां स्थान), ओबेरॉय गु्रप (16वां स्थान), एटडीएफसी बैंक (17 वां स्थान), डा. रेड्डी लैबोरेट्रीज (18वां स्थान) एवं रैनबैक्सी लैबोरेट्रीज (19वां स्थान) शामिल है।
टीएलजी के संस्थापक मैलकॉम गुडरहैम ने कहा कि शीर्ष 20 ब्रांड की सूची से पश्चिमी देशों के बड़े ब्रांडों की गैर-मौजूदगी ऐसे सीईओ के लिए चिंता का सबब बन सकती है जो इनमें घुसने की कोशिश में लगे हैं।
ग्लबोलस्कैन रिसर्च डायरेक्टर ओलिवर मार्टिन ने कहा कि भारत में चूकि कॉरपोरेट लीडरशिप में आम लोगों का विश्वास कम हो रहा है, इसलिए कंपनियों को बिजनेस के अभिवन पहलों और प्रोग्रेसिव सीएसआर में निश्चित रूप से शानदार प्रदर्शन करना चाहिए जिससे कि वे थॉट लीडरशिप पोजीशन को बनाये रख सकें।
शीर्ष 10 ब्रांड में देशी एवं विदेशी कंपनियों के बीच दो जेवी (संयुक्त उद्यम) उपक्रम मारुति-सुजुकी (चौथी) और हिंदुस्तान यूनिलीवर (नौवीं) शामिल हैं। इस सूची में विदेशी कंपनियों में सबसे ऊंचा स्थान गूगल का है जिसने इस इंडेक्स में तीसरा स्थान पाया है जबकि नोकिया का छठा और फेसबुक का आठवां स्थान है।
रिपोर्ट में कहा गया कि जिन पश्चिमी देशों की कंपनियों ने इस फेहरिस्त में बड़ी जगह (गूगल, नोकिया और फेसबुक) पाई है, उन कंपनियों ने अपने मॉडल को स्थानीय स्थितियों के अनुकूल ढाल लिया या फिर जिन्होंने देश की किसी दिग्गज कंपनी के साथ जेवी (सुजुकी, यूनिलीवर) किया।
एक बहुत सुन्दर पोस्ट के लिए बधाई गुरु जी
जवाब देंहटाएंशानदार हम किसी से कम नहीं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर पोस्ट के लिए बधाई manoj ji
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