मनोज जैसवाल-हावड़ा। सुनने और पढ़ने में अटपटा और आश्चर्य जरुर लगेगा कि कहां बकरी और कहां हाथी। लेकिन कुदरत के करिश्मे को कौन जानता है। कुदरत का कारनामा बेमिसाल है और जवाब भी किसी के पास नही होता।
बुधवार को डोमजुरथाना के बालूहाटी स्थित घोषपाड़ा में उत्तम हालदार की बकरी ने हाथी की शक्ल के शावक को जन्म दिया। उसका आकार हाथी से मिलता जुलता था तथा सूंढ़ व दांत भी निकले हुए थे। हालांकि जन्म लेने के कुछ देर बाद ही वह मर गया।
बकरी के गर्भ से हाथी के बच्चे की शक्ल में बच्चे को जन्म लेने की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई। काफी दूर दूर से लोग मृत बच्चे को देखने के लिये घोषपाड़ा में आने लगे। पूरे दिन हाथी की शक्ल में उत्पन्न बकरी के बच्चे को देखने के लिये लोगों की भीड़ लगी रही । यहां पहुंचने वाले अधिकांश लोग इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं। ग्राम के एक वृद्ध व्यक्ति ने बताया कि उसने अपनी जिंदगी में ना कभी इस प्रकार की घटना सुना था और ना देखा था। कई लोग इसे गणेश भगवान का आगमन समझ कर पूजा पाठ करने की बात करने लगे। उसके मालिक उत्तम से पूछताछ करने पर उसने बताया कि बकरी ने हू ब हू हाथी की शक्ल के बच्चे को जन्म दिया है।
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