सोमवार

के्रडिट कार्ड से न लगे चपत

at 19:55
manojjaiswalpbt : विदेश में सफर करने वाले पर्यटकों को सुरक्षा के तौर पर सफर के बाद अपने क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक करना चाहिए या तोड़ देना चाहिए। समझदार पर्यटक यह जानते हैं कि कोई धोखेबाज व्यक्ति कार्ड के मैग्नेटिक स्ट्रिप में सारे सुरक्षित ब्योरे का इस्तेमाल कर सकता है और एक नया क्रेडिट कार्ड बना कर इसका गलत इस्तेमाल कर सकता है। टेक्नोलॉजी से जुड़े विशाल सूद विदेश के हर दौरे के बाद ऐसा करते हैं जब तक कि कार्ड कंपनी उन्हें कोई हल न सुझा दें। वे चिप के साथ एक कार्ड भेजते हैं जिसे ईएमवी कहा जाता है। कार्ड के सारे ब्योरे चिप में मौजूद होते हैं जिसकी वजह से कार्ड की सूचनाओं की नकल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

सूद का कहना है, 'पहले मुझे एक नए कार्ड का आवदेन देने के लिए हर बार 100 रुपये देना पड़ता था। इसके अलावा नए क्रेडिट कार्ड पाने के लिए 7-10 दिनों का इंतजार करना पड़ता था।Ó एचडीएफसी बैंक, सिटीबैंक और ऐक्सिस बैंक ने पहले से ही अपने ग्राहकों को ईएमवी कार्ड के लिए अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। दूसरे बैंक मसलन डॉयचे बैंक भी इस फीचर को जल्द ही शुरू करने वाला है।। एचडीएफसी बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष पराग राव का कहना है, 'हमने अपने प्लेटिनम कार्ड ग्राहकों और जो ग्राहक विदेश जाते हैं उनके लिए ईएमवी कार्ड मुहैया कराया जा रहा है। पहले की तकनीक के मुकाबले यह ज्यादा सुरक्षित है।Ó नियामक और कार्ड कंपनियां धोखाधड़ी के मद्देनजर क्रेडिट कार्ड की सुरक्षा के लिए कई तरह के कदम उठा रही हैं ताकि इसका गलत इस्तेमाल किए जाने पर कार्डधारक को कोई परेशानी न हो।

कार्ड सुरक्षा योजना (सीपीपी)
यह बेहद मशहूर योजना है जिसे कार्ड कंपनियां बरकरार रखना चाहती हैं। एक स्वतंत्र एजेंसी इस योजना को सभी निजी और सरकारी कार्ड जारी करने वाली कंपनियों के जरिये बेचती है। सीपीपी के जरिये कार्ड के गुम हो जाने वाले चोरी हो जाने पर ग्राहकों की देनदारियों का कवर मुहैया कराया जाता है।
इसके तहत देनदारियों का कवर करने के लिए 2 योजनाएं हैं जो 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक की हैं। इस योजना में कार्ड ब्लॉक कराने के 7 दिन पहले हुई किसी धोखाधड़ी की घटना के लिए कवर मुहैया कराया जाता है। एक सीपीपी के तहत कोई व्यक्ति कई कार्ड के लिए पंजीकरण करा सकता है इसके लिए कोई सीमा नहीं है। हालांकि एक कार्ड के गुम हो जाने पर किसी व्यक्ति को कितना कवर मिल सकता है इसकी सीमा तय की गई है। क्लासिक योजना के जरिये 50,000 की बीमित राशि पर हर कार्ड पर 20,000 रुपये का कवर है। प्रीमियम योजना के तहत 1 लाख रुपये की बीमित राशि पर हर कार्ड की सीमा राशि 40,000 रुपये है। बीमा के तहत ऑनलाइन के जरिये गलत इस्तेमाल होने पर कार्डधारक को कोई बीमा कवर नहीं मिलता है।

खर्च का जायजा
के्रडिट कार्ड कंपनियां ग्राहकों के इस्तेमाल के तरीके का अध्ययन कर रही हैं। इस पैटर्न में किसी भी बदलाव से कंपनी ग्राहकों के संपर्क में रहती है ताकि यह अंदाजा हो सके कि यह ट्रांजेक्शन कितना सही था। मिसाल के तौर पर जो कार्डधारक अंतरराष्टï्रीय स्तर पर के्र डिट कार्ड के इस्तेमाल को आमतौर पर नजरअंदाज करते हैं उनके खाते में अचानक ऐसे लेन-देन का ब्योरा मिलने लगे तो कार्ड जारी करने वाली कंपनी तुरंत ही ग्राहकों को फोन करती है। कई दफे कंपनी प्राथमिक कदम उठाती है। डॉयचे बैंक के प्रवक्ता का कहना है, 'अगर ग्राहक तक पहुंच नहीं बन पा रही है तो तुरंत कार्ड ब्लॉक कर देते हैं।Ó

कार्ड के साथ बीमा
कार्ड मुहैया कराने वाली कंपनियां कार्डधारकों को कार्ड गुम हो जाने पर बीमा मुहैया कराती हैं। ऐसे में प्लेटिनम कार्ड इस्तेमाल करने वाले प्रमुख ग्राहकों के लिए यह फीचर मौजूद है। कार्ड कंपनी का गठजोड़ बीमा कंपनी के साथ होता है और यह कार्ड गुम हो जाने या चोरी हो जाने की स्थिति में ग्राहकों को कवर मुहैया कराने के लिए ग्राहकों के बदले प्रीमियम का भुगतान करती है। कार्ड कंपनी के लिहाज से कवर की समय-सीमा और कवर की रकम दोनों में अंतर हो सकता है।
मिसाल के तौर पर डॉयचे बैंक अपने सभी ग्राहकों के कार्ड को ब्लॉक करने के 48 घंटे पहले तक की देनदारियों का कवर मुहैया कराता है। कार्डधारक की ऋण सीमा देनदारी कवर के बराबर होती हैं। किसी को भी कार्ड मुहैया कराने वाली कंपनियों से यह जानकारी लेनी चाहिए कि वे किस क्षेत्र के लिए कवर मुहैया कराएंगे। कार्ड रखने वालों को यह जानकारी होनी चाहिए कि धोखाधड़ी के मामले में कार्ड जारी करने वाली कंपनी कितनी रकम का कवर मुहैया कराएगी।
(मनोज जैसवाल ने प्रकाशित किया मजेदार दुनिया के लिए )

कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें