मनोज जैसवाल-दिल्ली के 25 हजार दर्शक सचिन तेंडुलकर और वीरेंद्र सहवाग के बल्लों से रनों की बौछार देखने के लिए आए थे लेकिन फिरोजशाह कोटला में आज उन्हें लेसिथ मलिंगा का कातिलाना अंदाज दिखा जिसके सामने दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम असहाय बन गयी और मुंबई इंडियन्स ने आठ विकेट की जानदार जीत से चौथे इंडियन प्रीमियर लीग का शानदार आगाज किया
मलिंगा ने 13 रन देकर पाँच विकेट लिए और उनकी इस कहर बरपाती गेंदबाजी के सामने डेयरडेविल्स का 95 रन पर पुलिंदा बंध गया। उसके तीन बल्लेबाज नमन ओझा (29), वेणुगोपाल राव (26) और कप्तान वीरेंद्र सहवाग (19) ही दोहरे अंक में पहुँचे जबकि पाँच बल्लेबाज खाता खोलने में भी नाकाम रहे। डेयरडेविल्स ने अंतिम छह विकेट 13 रन के अंदर गँवाए, जिससे वह आईपीएल में अपने दूसरे न्यूनतम स्कोर पर सिमट गया।
इस मुकाबले को गुरू सचिन और चेले सहवाग के बीच का मुकाबला माना जा रहा था लेकिन बल्लेबाजी में भी गुरू ही अव्वल साबित हुए। तेंडुलकर ने 50 गेंद पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 46 रन की पारी खेली। उन्हें रोहित शर्मा (नाबाद 27) ने अच्छा सहयोग दिया जिससे मुंबई ने 16.5 ओवर में दो विकेट पर 99 रन बनाकर बड़ी जीत दर्ज की।
मुंबई की इस जीत के नायक हालाँकि मलिंगा रहे जिन्होंने ट्वेंटी-20 क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। आईपीएल के चार साल के इतिहास में यह पाँचवाँ अवसर है जबकि किसी गेंदबाज ने पाँच विकेट लिए। श्रीलंका के इस तूफानी गेंदबाज ने चार बल्लेबाजों को तो बोल्ड करके आईपीएल में अब तक का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। उनके अलावा हरभजन सिंह ने 14 रन देकर दो विकेट लिए।
गेंद कुछ नीची रह रही थी और दिल्ली ने भी मुंबई के बल्लेबाजों को शुरू में कुछ परेशान किया। मुंबई ने 31 रन तक डैवी जैकब्स (1) और अंबाती रायुडु (14) के विकेट गँवा दिए थे। मोर्ने मोर्कल ने जैकब्स का आफ स्टंप चार मीटर पीछे भेजा तो एक अन्य दक्षिण अफ्रीकी रीलोफ वान डर मर्व ने कसकदार क्षेत्ररक्षण का दिलकश नमूना पेश करके रायुडु को पवेलियन भेजा।
तेंडुलकर हालाँकि क्रीज पर डटे रहे और इस महान बल्लेबाज पर दिल्ली का स्पिन और तेज आक्रमण किसी तरह का असर नहीं डाल पाया। वह जब छह रन पर थे तब सहवाग ने दूसरी स्लिप में उनका मुश्किल कैच छोड़ा था जिसके बाद मास्टर ब्लास्टर ने कूटनीतिक पारी खेली। उन्होंने वान डर मर्व पर एकमात्र छक्का भी जड़ा तथा इरफान पठान पर विजयी चौका लगाया।
तेंडुलकर ने इस बीच रोहित के साथ तीसरे विकेट के लिए 68 की अटूट साझेदारी की। रोहित ने 30 गेंद खेली और अपने तीनों चौके मोर्कल के एक ओवर में लगाए।
इससे पहले दिल्ली की टीम के लिए टास जीतने के अलावा कुछ भी सकारात्मक नहीं रहा। हरभजन जब गेंदबाजी का आगाज करने के लिए उतरे तो सहवाग ने लांग आन पर छक्का जड़कर उनका स्वागत किया लेकिन अगले ओवर में दिल्ली को मलिंगा की मार झेलनी पड़ी जिससे वह आखिर तक नहीं उबर पाया।
मलिंगा ने दो विकेट लेकर खचाखच भरे कोटला में मुंबई के समर्थकों में जान भर दी। डेविड वार्नर (1) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे जिनके पास मलिंगा के यार्कर का कोई जवाब नहीं था। रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करके डेयरडेविल्स की टीम में जगह बनाने वाले उन्मुक्त चंद (0) का पदार्पण बेहद निराशाजनक रहा और मलिंगा ने उनका मिडिल स्टंप हवा में लहराकर स्कोर दो विकेट पर 11 रन कर दिया।
सहवाग ने मलिंगा को पूरा सम्मान दिया और उनका अगला ओवर मेडन खेला लेकिन उनकी पारी लंबी नहीं खिंची। पारी के पाँचवें ओवर में सहवाग साथी खिलाड़ी एरोन फिंच की ना के बावजूद रन के लिए दौड़ पड़े और तेंडुलकर के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए। हरभजन ने अपने दूसरे स्पैल के एकमात्र ओवर में फिंच (8) को भी डगआउट की राह दिखा दी।
ओझा और वेणुगोपाल ने पाँचवें विकेट के लिए 42 रन जोड़कर पारी की सबसे बड़ी साझेदारी की। ओझा ने मुनाफ पटेल पर चौके से खाता खोला और उसी ओवर में लांग आन पर छक्का जड़ा लेकिन तेजी से रन बनाने के प्रयास में ही वह बाएँ हाथ के स्पिनर अली मुर्तजा की गेंद पर बाउंड्री पर लपके गए। चोटों से जूझने के बाद लंबे अर्से बाद मैदान पर लौटे इरफान पठान (0) की वापसी निराशाजनक रही और पहली गेंद पर ही रन लेने के प्रयास में वह रनआउट हो गए।
इसके बाद जैसे ही मलिंगा के हाथ में गेंद आई तो उन्होंने फिर से एक ओवर में वेणुगोपाल और मोर्कल को बोल्ड किया और फिर अशोक डिंडा को कैच कराकर डेयरडेविल्स का पुलिंदा बाँधा।।
manojjaiswalpbt@gmail.com
मलिंगा ने 13 रन देकर पाँच विकेट लिए और उनकी इस कहर बरपाती गेंदबाजी के सामने डेयरडेविल्स का 95 रन पर पुलिंदा बंध गया। उसके तीन बल्लेबाज नमन ओझा (29), वेणुगोपाल राव (26) और कप्तान वीरेंद्र सहवाग (19) ही दोहरे अंक में पहुँचे जबकि पाँच बल्लेबाज खाता खोलने में भी नाकाम रहे। डेयरडेविल्स ने अंतिम छह विकेट 13 रन के अंदर गँवाए, जिससे वह आईपीएल में अपने दूसरे न्यूनतम स्कोर पर सिमट गया।
इस मुकाबले को गुरू सचिन और चेले सहवाग के बीच का मुकाबला माना जा रहा था लेकिन बल्लेबाजी में भी गुरू ही अव्वल साबित हुए। तेंडुलकर ने 50 गेंद पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 46 रन की पारी खेली। उन्हें रोहित शर्मा (नाबाद 27) ने अच्छा सहयोग दिया जिससे मुंबई ने 16.5 ओवर में दो विकेट पर 99 रन बनाकर बड़ी जीत दर्ज की।
मुंबई की इस जीत के नायक हालाँकि मलिंगा रहे जिन्होंने ट्वेंटी-20 क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। आईपीएल के चार साल के इतिहास में यह पाँचवाँ अवसर है जबकि किसी गेंदबाज ने पाँच विकेट लिए। श्रीलंका के इस तूफानी गेंदबाज ने चार बल्लेबाजों को तो बोल्ड करके आईपीएल में अब तक का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। उनके अलावा हरभजन सिंह ने 14 रन देकर दो विकेट लिए।
गेंद कुछ नीची रह रही थी और दिल्ली ने भी मुंबई के बल्लेबाजों को शुरू में कुछ परेशान किया। मुंबई ने 31 रन तक डैवी जैकब्स (1) और अंबाती रायुडु (14) के विकेट गँवा दिए थे। मोर्ने मोर्कल ने जैकब्स का आफ स्टंप चार मीटर पीछे भेजा तो एक अन्य दक्षिण अफ्रीकी रीलोफ वान डर मर्व ने कसकदार क्षेत्ररक्षण का दिलकश नमूना पेश करके रायुडु को पवेलियन भेजा।
तेंडुलकर हालाँकि क्रीज पर डटे रहे और इस महान बल्लेबाज पर दिल्ली का स्पिन और तेज आक्रमण किसी तरह का असर नहीं डाल पाया। वह जब छह रन पर थे तब सहवाग ने दूसरी स्लिप में उनका मुश्किल कैच छोड़ा था जिसके बाद मास्टर ब्लास्टर ने कूटनीतिक पारी खेली। उन्होंने वान डर मर्व पर एकमात्र छक्का भी जड़ा तथा इरफान पठान पर विजयी चौका लगाया।
तेंडुलकर ने इस बीच रोहित के साथ तीसरे विकेट के लिए 68 की अटूट साझेदारी की। रोहित ने 30 गेंद खेली और अपने तीनों चौके मोर्कल के एक ओवर में लगाए।
इससे पहले दिल्ली की टीम के लिए टास जीतने के अलावा कुछ भी सकारात्मक नहीं रहा। हरभजन जब गेंदबाजी का आगाज करने के लिए उतरे तो सहवाग ने लांग आन पर छक्का जड़कर उनका स्वागत किया लेकिन अगले ओवर में दिल्ली को मलिंगा की मार झेलनी पड़ी जिससे वह आखिर तक नहीं उबर पाया।
मलिंगा ने दो विकेट लेकर खचाखच भरे कोटला में मुंबई के समर्थकों में जान भर दी। डेविड वार्नर (1) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे जिनके पास मलिंगा के यार्कर का कोई जवाब नहीं था। रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करके डेयरडेविल्स की टीम में जगह बनाने वाले उन्मुक्त चंद (0) का पदार्पण बेहद निराशाजनक रहा और मलिंगा ने उनका मिडिल स्टंप हवा में लहराकर स्कोर दो विकेट पर 11 रन कर दिया।
सहवाग ने मलिंगा को पूरा सम्मान दिया और उनका अगला ओवर मेडन खेला लेकिन उनकी पारी लंबी नहीं खिंची। पारी के पाँचवें ओवर में सहवाग साथी खिलाड़ी एरोन फिंच की ना के बावजूद रन के लिए दौड़ पड़े और तेंडुलकर के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए। हरभजन ने अपने दूसरे स्पैल के एकमात्र ओवर में फिंच (8) को भी डगआउट की राह दिखा दी।
ओझा और वेणुगोपाल ने पाँचवें विकेट के लिए 42 रन जोड़कर पारी की सबसे बड़ी साझेदारी की। ओझा ने मुनाफ पटेल पर चौके से खाता खोला और उसी ओवर में लांग आन पर छक्का जड़ा लेकिन तेजी से रन बनाने के प्रयास में ही वह बाएँ हाथ के स्पिनर अली मुर्तजा की गेंद पर बाउंड्री पर लपके गए। चोटों से जूझने के बाद लंबे अर्से बाद मैदान पर लौटे इरफान पठान (0) की वापसी निराशाजनक रही और पहली गेंद पर ही रन लेने के प्रयास में वह रनआउट हो गए।
इसके बाद जैसे ही मलिंगा के हाथ में गेंद आई तो उन्होंने फिर से एक ओवर में वेणुगोपाल और मोर्कल को बोल्ड किया और फिर अशोक डिंडा को कैच कराकर डेयरडेविल्स का पुलिंदा बाँधा।।
manojjaiswalpbt@gmail.com
very nice
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